श्री काले राम मंदिर अयोध्या | प्रभु राम का अद्भुत तथा अनोखा रूप | भव्य राम दरबार | 4K | दर्शन🙏
जय श्री राम. भक्तों, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् श्री राम के इस देश में बहुत से सुंदर एवं प्राचीन मंदिर हैं जिनकी अपनी अपनी पौराणिक कथाएँ हैं. इन्ही में आज हम जिस दिव्य प्राचीन मंदिर के दर्शन करवाने जा रहे हैं वो मंदिर है उत्तर प्रदेश राज्य में भगवान् श्री राम की जन्मभूमि अयोद्धया में सरयू नदी के तट पर स्थित श्री काले राम जी मंदिर
नदी के तट और संकरी गलियों से मंदिर की ओर जाने वाला रास्ता कहीं पर लुभावना तो कहीं पर भूलभुलैयाँ जैसा प्रतीत होता है... मंदिर एक घनी गली में स्थित होने पर भी अपनी दिव्य ऊर्जा को चारों ओर बिखेरने वाला है. मंदिर में प्रवेश करते ही सामने गर्भग्रह में श्री काले राम जी, सीता जी, लक्ष्मण जी भारत व शत्रुघ्न जी के साथ विराजमान हैं. साथ में हनुमान जी महाराज भी हैं. श्री राम दरबार का ऐसा रूप शायद ही किसी ने कभी देखा हो जिनके दर्शन कर सभी भाव विभोर हो उठते हैं.
मान्यता है की भगवान् श्रीराम के इस मंदिर में मांगी हुई कोई भी मुराद खाली नहीं जाती.भगवान् श्री राम के इस अद्भुद रूप और इस मंदिर से जुड़े इतिहास के अनुसार काले राम जी की स्थापना लगभग 2000 वर्ष पूर्व राजा विक्रमादित्य ने राम जन्मभूमि में की थी. जो वहां 1528 तक रही. फिर बाबर ने जब आक्रमण किया तो उस समय वहां पर एक सिद्ध संत श्यामानंद सरस्वती थे। उनको मुगलों द्वारा आक्रमण का आभास हुआ, इसलिए उन्होंने मूर्ति को बचाने के लिए उसे सरयू नदी में प्रवाहित कर दिया और उसके उपरांत जब मुगलों ने आक्रमण किया तो उन्हें मूर्तियां प्राप्त नहीं हुई. इस प्रकार भगवान की वो मूर्ती जो 1528 में सरयू नदी में प्रवाहित की गई और 220 वर्ष तक नहीं मिली. फिर सन 1748 के आसपास महाराष्ट्र के एक संत जो सरयू नदी के किनारे रह कर तपस्या कर रहे थे. इस दौरान उन्हें भगवान के दर्शन और कुछ ही दूरी पर नागेश्वर नाथ मंदिर के समीप उनकी मूर्ती स्थापित करने का आदेश हुआ। और जब स्नान करने महात्मा नदी में गए तो उन्हें सरयू नदी में भगवान की वही मूर्ति प्राप्त हुई. मूर्ति के प्राप्त होते ही सबसे पहले उनके मुंह से यही शब्द निकला काले राम जी मिल गए इसलिए इस मंदिर में विराजमान भगवान का नाम काले राम पड़ा। वैसे भगवान् का वास्तविक नाम श्री विष्णु हरि बताया जाता है.
मंदिर में हनुमान जी महाराज की दक्षिणाभिमुखी प्रतिमा विराजित है. भक्तों, हनुमान जी के ऐसे रूप के दर्शन भी दुर्लभ होते हैं. मंदिर में एक ओर गणेश जी व अन्य देवी देवताओं की भी प्राचीन प्रतिमाएं स्थापित हैं. दीवारों को साधू संतों एवं देवताओं के चित्रों से सजाया गया है. मंदिर की संरचना हमारी भारतीय संस्कृति का अद्भुद परिचय देती है. मंदिर में एक ओर राम नाम मंदिर परिक्रमा मार्ग है जहाँ श्री राम जय राम जय जय राम मंत्र को 13 करोड़ बार लिखकर स्थापित किया गया है. साथ ही 18 पुराण, 4 वेद, श्री गीता जी, रामायण आदि सभी पवित्र धार्मिक पुस्तकों को स्थापित किया गया है. मान्यता है श्रधालुओं द्वारा इस स्थान की परिक्रमा करने पर सभी पापों से मुक्ति एवं कामनाओं की सिद्धि होती है.
मंदिर के द्वार दर्शन के लिए गर्मियों में प्रातः साढ़े 4 बजे से साढ़े 11 बजे तक तथा सांय साढ़े 4 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुले रहते हैं. तथा सर्दियों में ये समय प्रातः 5 बजे से साढ़े 11 बजे तक तथा सांय साढ़े 4 बजे से साढ़े 8 बजे का रहता है. तथा मंदिर में दीपावली व राम नवमी विशेष रूप से बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाये जाते हैं.
आप अयोद्धया में काले राम जी मंदिर के साथ ही नागेश्वर नाथ मंदिर, हनुमान गड़ी, कनक भवन, श्री राम जन्म भूमि, सरयू नदी आदि स्थलों के दर्शन भी कर सकते हैं.
भक्तों अगर आप काले राम जी मंदिर की यात्रा वायुमार्ग द्वारा करना चाहते हैं तो निकटतम लखनऊ हवाई अड्डा है. जहाँ के लिए देश के किसी भी मुख्य शहर से हवाई यात्रा कर हवाई अड्डे से अयोद्धया के लिए कैब ले सकते हैं.
रेलमार्ग द्वारा अयोद्धया पहुँचने के लिए अयोद्धया रेलवे स्टेशन काले राम मंदिर के निकटतम है अतः आप रेलवे स्टेशन से मंदिर के लिए कैब या ऑटो ले सकते हैं.
इसके अतिरिक्त आप सरकारी अथवा निजी वाहन का प्रयोग कर सड़क मार्ग द्वारा भी अयोद्धया स्थित काले राम मंदिर के दर्शन कर सकते हैं.
भक्तों, अगर आपको भी प्रभु श्री राम के इस अद्भुद प्राचीन स्वरुप के दर्शन करने हैं तो अविलम्ब ही अपनी यात्रा का शुभारम्भ करें. और यदि आपको हमारा यह कार्यक्रम अच्छा लगा तो ऐसे और भी धार्मिक स्थानों की यात्रा के लिए हमारे चैनल के साथ जुड़े रहें. इस कार्यक्रम श्रंखला को यहीं जय श्री राम के जयघोष के साथ विराम देते हैं और मिलते हैं शीघ्र ही एक नए धाम की यात्रा पर. प्रणाम. !! इति शुभम !!
भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन ! 🙏
इस कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड में हम भक्तों को भारत के प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिर, धाम या देवी-देवता के दर्शन तो करायेंगे ही, साथ ही उस मंदिर की महिमा उसके इतिहास और उसकी मान्यताओं से भी सन्मुख करायेंगे। तो देखना ना भूलें ज्ञान और भक्ति का अनोखा दिव्य दर्शन। 🙏
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि तिलक किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
#devotional #temple #kaleramjimandir #ram #ayodhya #hinduism