उत्तर रामायण -EP 15 - राम रानी सुनयना को सांत्वना देने मिथिला पहुँचे। सीता की सखी का हृदयविदारक रोष।
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बजरंग बाण | पाठ करै बजरंग बाण की हनुमत रक्षा करै प्राण की | जय श्री हनुमान | तिलक प्रस्तुति 🙏
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Uttar Ramayan - Episode 15 - Ram reached Mithila to console Queen Sunayana | The heart-rending fury of Sita's friend.
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सीता वनगमन के कारण उनकी माता सुनयना बीमार पड़ जाती हैं। गुरु वशिष्ठ से आज्ञा लेकर राम उनसे मिलने मिथिला नगरी जाते हैं। महारानी सुनयना जमाई के आगमन का समाचार सुनकर प्रफुल्लित हो उठती हैं और उनके स्वागत का आदेश देती हैं। महल के प्रवेश मार्ग पर राम व लक्ष्मण पर पुष्पवर्षा की जाती है। महारानी सुनयना के आदेश पर सीता की सखी चन्द्रप्रभा भी राम पर पुष्पवर्षा करती है लेकिन उसकी आँखों से आँसुओं की अविरल धारा बह रही है। राम जब उसके सामने से गुजरते हैं तो वो अपना मुँह फेर लेती है। राम कुछ क्षण ठिठकते हैं किन्तु उनके मनोभाव को पढ़कर आगे बढ़ जाते हैं। बीमार रानी अपने बिस्तर से उठकर काँपते हाथों से राम की आरती उतारती है। एक सेविका उन्हें सहारा देती है। राम उसने कहते हैं कि उनके कारण उन्हें जो पीडा पहुँची है, उसके लिये वह क्षमा माँगते हैं। सुनयना कहती हैं कि क्षमा माँगना उनका नहीं, बल्कि लड़की वालों का काम होता है। राजा जनक रानी सुनयना से कहते हैं कि राम उन्हें सांत्वना देने और उनसे सांत्वना पाने आये हैं। जनक कहते हैं कि राम की पीड़ा उनसे अधिक हैं। लक्ष्मण इसके हर पल के साक्षी हैं। वह वनवास की भाँति निद्रा छोड़कर हर पल बड़े भाई के साथ रहते हैं। बाद में अतिथि कक्ष में विश्राम के दौरान राम लक्ष्मण से महारानी सुनयना की उदारता की प्रशँसा करते हैं तभी सीता की सखी चन्द्रप्रभा महारानी का सन्देश लेकर वहाँ पहुँचती है। राम उसे देखकर कहते हैं कि वह उनसे अपने मन में भरी बात कह डाले। राम कहते हैं कि उन्होंने महल के प्रवेश द्वार पर उसके मुख मण्डल पर छाया रोष देखा था। राम उससे कहते हैं कि वह सीता की अंतरंग सखी है, सीता को पहुँचाये गये दुख के लिये उसके मन में जो रोष है, वह कह डाले, उसे पूर्ण अधिकार है। इस पर चन्द्रप्रभा की रुलाई फूट पड़ती है। वह रुँधें गले से कहती है कि मिथिला वाले तो लड़की वाले हैं, उन्हें कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है परन्तु वह मिथिला की सारी दीवारों पर लिख देगी कि मिथिला वालों अब कभी अयोध्या में अपनी बेटी न ब्याहना, वो उसकी कदर नहीं कर सकते। यह कहते हुए चन्द्रप्रभा वहाँ से चली जाती है। राम उसकी पीड़ा को समझते हैं। अगले दिन राम व लक्ष्मण रानी सुनयना के पास विदा लेने जाते हैं। राम उनसे विनती करते हैं कि वे कुछ समय के लिये अयोध्या आकर रहे ताकि वे पुत्र की भाँति उनकी ममता भरी छाँव प्राप्त कर सकें। रानी सुनयना भावुक होकर हामी भरती हैं। राजा जनक राम व लक्ष्मण को अपने कुल देवता के मन्दिर ले जाते हैं और वहाँ जीवन का मूल मंत्र देते हैं कि जीवन में मास के शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनों आते हैं। मनुष्य को दोनों पक्षों में समान भाव से स्थिर रहना चाहिये और धर्म मार्ग पर चलते रहना चाहिये।
उत्तर रामायण में लव कुश की कहानी को दर्शाया गया है। जिसमें माँ सीता को श्री राम त्याग देते हैं और माँ सीता महाऋषि वाल्मीकि के आश्रम में जाकर रहने लगती हैं। माँ सीता वहाँ लव कुश को जन्म देती हैं। लव कुश उसी आश्रम में बड़े होते हैं और गुरु वाल्मीकि से शिक्षा दीक्षा लेते हैं। कैसे लव कुश श्री राम और माँ सीता को मिलाते हैं देखे सम्पूर्ण उत्तर रामायण के सभी एपिसोड सिर्फ़ तिलक YouTube चैनल पर।
रामायण एक भारतीय टेलीविजन श्रृंखला है जो इसी नाम के प्राचीन भारतीय संस्कृत महाकाव्य पर आधारित है। यह श्रृंखला मूल रूप से 1987 और 1988 के बीच दूरदर्शन पर प्रसारित हुई थी।
इस श्रृंखला के निर्माण, लेखन और निर्देशन का श्रेय श्री रामानंद सागर को जाता है। यह श्रृंखला मुख्य रूप से वाल्मीकि रचित 'रामायण' और तुलसीदास रचित 'रामचरितमानस' पर आधारित है।
इस धारावाहिक को रिकॉर्ड 82 प्रतिशत दर्शकों ने देखा था, जो किसी भी भारतीय टेलीविजन श्रृंखला के लिए एक कीर्तिमान है।
इस श्रृंखला को 2020 के कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान पुनः प्रसारित किया गया था और इसने विश्व स्तर पर कई धारावाहिकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था और कई नए रिकॉर्ड स्थापित किये,
जिनमें 16 अप्रैल 2020 को 7.7 करोड़ दर्शकों द्वारा दुनिया भर में देखे जाने वाले सबसे लोकप्रिय धारावाहिक होने का कीर्तिमान भी शामिल है।
निर्माता और निर्देशक - रामानंद सागर
सहयोगी निर्देशक - आनंद सागर, मोती सागर
कार्यकारी निर्माता - सुभाष सागर, प्रेम सागर
मुख्य तकनीकी सलाहकार - ज्योति सागर
पटकथा और संवाद - रामानंद सागर
संगीत - रविंद्र जैन
शीर्षक गीत - जयदेव
अनुसंधान और अनुकूलन - फनी मजूमदार, विष्णु मेहरोत्रा
संपादक - सुभाष सहगल
कैमरामैन - अजीत नाइक
प्रकाश - राम मडिक्कर
साउंड रिकॉर्डिस्ट - श्रीपाद, ई रुद्र
वीडियो रिकॉर्डिस्ट - शरद मुक्न्नवार
Tilak is home to the greatest Mythological stories and finest devotional musical offerings in the form of Bhajan's, Mantra's and Aarti's. We plan to launch more than 20000+ Clips in the time to come. We are starting with the legendary TV series Ramayan.
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