\( \mathrm{Be} \) एवं \( \mathrm{Mg} \) के सल्फेट जल में तेजी से विलेय होते हैं लेकिन \( \mathrm...
\( \mathrm{Be} \) एवं \( \mathrm{Mg} \) के सल्फेट जल में तेजी से विलेय होते हैं लेकिन \( \mathrm{Ca} \), \( \mathrm{Sr} \) एवं \( \mathrm{Ba} \) के सल्फेट अविलेय हैं। यह किसके कारण है-
(A) \( \mathrm{Be}^{2+} \) की जलयोजन एन्थैल्पी जितनी अधिक होती है तथा \( \mathrm{Mg}^{2+} \) का जालक एन्थैल्पी पर उतना ही काबू होता है।
(B) \( \mathrm{Be}^{2+} \) की जलक एन्थैल्पी जितनी अधिक होती है तथा \( \mathrm{Mg}^{2+} \) उन्हें उतना ही जल में विलेय बनाता है।
(C) आयनिक आकार में वृद्धि के कारण \( \mathrm{BeSO}_{4} \) से \( \mathrm{BaSO}_{4} \) तक विलेयता घटती है।
(D) \( \mathrm{BeSO}_{4} \) एवं \( \mathrm{MgSO}_{4} \) प्रकृति में आयनिक होते हैं जबकि अन्य सल्फेट सहसंयोजी होते हैं।
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