The Unsung Story Of Pandavas || #hindu #hinduism #mythology #india #pandav #temple
नमस्ते दोस्तों, और यहाँ हैं 'पौराणिक पहेलियाँ'!
आज का किस्सा है मायावी नगरी, मृगशीर्षा का! वो नगरी जहाँ चमत्कार आम थे और राज़ छिपे थे हर ज़र्रे में... आइए, झांकते हैं उसके एक रहस्य में, जो है 5 पांडवों और एक जादुई कमल का!
पांडव वनवास के दौरान मृगशीर्षा पहुँचे, जहाँ राजा वीर्यकेतु उनका स्वागत करता है। वो बताता है कि नगरी पर घोर साया है - एक जादुई कमल हर रात खिलता है, लेकिन उसकी सुगंध से लोग बेहोश हो जाते हैं! सुबह तक पूरा शहर सोया रहता है, और दुष्ट चुडैल इलुमिनी, उसी दौरान ख़ज़ाना लूट लेती है।
पांडव इस सवाल को सुलझाने का वचन देते हैं। युधिष्ठिर बुद्धि लगाते हैं, भीम ताकत दिखाते हैं, अर्जुन तीर चलाते हैं... लेकिन हर रात एक ही कहानी! पांडव हार मानने को होते हैं, तभी द्रौपदी आगे आती हैं।
वो मंदिर में ध्यान लगाती हैं, जहां जादुई कमल रखा है। धीरे-धीरे सुगंध का जादू टूटता है, द्रौपदी सच समझ लेती हैं! कमल जादुई नहीं, उसमें इलुमिनी का ख़ास इत्र लगा है! सुबह होते ही द्रौपदी और पांडव चुडैल के पकड़ने की योजना बनाते हैं।
रात आती है, इलुमिनी आती है... तभी धुआँ भर जाता है! नकुल और सहदेव ने धूप जलाकर इत्र का प्रभाव कम कर दिया है! इलुमिनी दंग रह जाती है, बंधने लगती है! अर्जुन उसे पकड़ लेते हैं, भीम इत्र छीन लेते हैं।
सुबह, पूरा शहर जागता है, इलुमिनी सज़ा पाती है और मृगशीर्षा फिर से हँसता है! पांडव वहाँ से विदा लेते हैं, लेकिन ये रहस्य उनके साथ ही रहता है - मृगशीर्षा में, चमत्कारों के बीच छिपे हुए सच की खोज कभी बंद नहीं होती!
तो दोस्तों, क्या आपको ये कहानी पसंद आई? आप क्या सोचते हैं, मृगशीर्षा में और कौन से रहस्य छिपे होंगे? कमेंट में ज़रूर बताएं!
ये सब बस कहानियाँ और किंवदंतियाँ हैं, हमें उनसे सीख लेनी चाहिए और समाज में अच्छाई फैलाने का प्रयास करना चाहिए.
जय हिंद! जय ज्योति