किसी निकाय के लिए दो वक्तव्यों को देखें।
(A) निकाय का रेखीय संवेग शून्य है।
(B) निकाय की गतिज ऊर्जा शून्य है।
(A) यदि \( \mathrm{A} \) सही हो, तो \( \mathrm{B} \) अवश्य ही सही होगा तथा यदि \( \mathrm{B} \) सही हो, तो \( \mathrm{A} \) अवश्य ही सही होगा।
(B) यदि \( \mathrm{A} \) सही हो, तो \( \mathrm{B} \) का सही होना आवश्यक नहीं है तथा यदि \( \mathrm{B} \) सही हो, तो \( \mathrm{A} \) का सही होना आवश्यक नहीं है।
(C) यदि \( \mathrm{A} \) सही हो, तो \( \mathrm{B} \) अवश्य ही सही होगा, पर यदि \( \mathrm{B} \) सही हो, तो \( \mathrm{A} \) का सही होना आवश्यक नहीं है।
(D) यदि \( \mathrm{B} \) सही हो, तो \( \mathrm{A} \) अवश्य ही सही होगा, पर यदि \( \mathrm{A} \) सही हो, तो \( \mathrm{B} \) का सही होना आवश्यक नहीं है।
📲PW App Link - https://bit.ly/YTAI_PWAP
🌐PW Website - https://www.pw.live