जामवन्त द्वारा हनुमान को बल की याद दिलाना | रामायण | दिव्य कथाएँ
भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन दो भगवान!
Watch the video song of ''Darshan Do Bhagwaan'' here - https://youtu.be/j7EQePGkak0
सीता जी की खोज में दक्षिण दिशा में निकले वानर दल को एक गुफा में तपस्विनी स्वयंप्रभा के दर्शन होते हैं, जो अपने तपोबल से सभी को पहचान लेती हैं और बताती है कि इस वन स्थान का निर्माण मय नामक दानव ने अपनी माया किया था, जो हेमा नामक अप्सरा को प्राप्त करना चाहता था, इस कारण देवराज इन्द्र ने उसे मार भगाया। इस दुर्गम स्थान पर आने वाला जीवित वापस नहीं जाता है किन्तु वानर दल प्रभु श्रीराम के कार्य से आया है तो उसपर कोई विपत्ति नहीं आएगी। हनुमान के अनुरोध पर स्वयंप्रभा अपने तपोबल से सम्पूर्ण वानर दल को सीधे दक्षिण स्थित समुद्र तट तक पहुँचा कर उनको देवी सीता का पता लगाने के लिए महासागर पार करने का सुझाव देकर स्वयं बद्रिक आश्रम चली जाती हैं। चार सौ कोस समुद्र लाँधने की समस्या से चिन्तित हो जामवन्त हनुमान को उनका अपार बल याद दिलाते हुए कहते हैं कि वह भगवान शंकर का ग्यारहवें रूद्र और पवन वेग से उड़ने वाले पवन पुत्र हैं। एक बार इन्द्र के अज्ञानतावश वज्र प्रहार से वह उदयगिरी पर्वत पर जा गिरे तथा उनकी ठुड्डी पर चोट लग गयी थी, जिसके कारण उनका नाम हनुमान पड़ा तथा बालकाल में उनकी उद्दंडता के कारण एक ऋषि ने उन्हें समस्त शक्तियाँ भूल जाने का श्राप दे दिया था, किन्तु माता अंजनि के निवेदन पर ऋषि ने कहा था कि यथोचित समय पर याद दिलाने पर हनुमान की समस्त शक्तियाँ पुनः वापस आ जाएगी।
संसार में मनुष्य को धर्म के अनुरुप मर्यादित जीवन जीने की शिक्षा देने के लिए युगों से विभिन्न कथाओं के माध्यम से शिक्षित करने का प्रयास किया गया है। सनातन धर्म में कथाओं को विशेष महत्व है और मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक हर अवसर के लिए कथा, हर पूजा-विधान के लिए कथा। इन कथाओं को सुनने व अनुसरण करने से मानव के सामाजिक जीवन में विशेष प्रभाव पड़ता है और रामायण और भगवत् गीता जैसे महान ग्रंथो (कथाओं) में मानव जीवन का सार छुपा है। यह दिव्य कथाएं धार्मिक, सांस्कृतिक और मानवीय मूल्यों से परिचय करा मनुष्य को सामाजिक जीवन जीने के कला को निपुण बनाने का कार्य करने के साथ प्रेरणा का कार्य करती है। “तिलक” अपने इस नये संकलन “दिव्य कथाएं” में सर्वप्रथम रामायण से जुड़े प्रसंगों को आपके समक्ष प्रस्तुत करेगा। भक्ति भाव से इनका आनन्द लीजिये और तिलक से जुड़े रहिये।
#tilak #ramayan #kathayen #divyakathayen #ayodhya #ayodhyarammandir #rammandir