नाथों की नगरी में बसे त्रिवटीनाथ शिव मंदिर के साथ जुड़ी रोचक कथा | 4K | दर्शन 🙏
Credits:
संगीत एवम रिकॉर्डिंग - सूर्य राजकमल
लेखक - रमन द्विवेदी
भक्तों नमस्कार! प्रणाम! और सादर अभिनन्दन! भक्तों आज हम आपको अपने लोकप्रिय कार्यक्रम दर्शन के माध्यम से जिस मंदिर की यात्रा करवाने जा रहे हैं वो एक ऐसा मंदिर है जो लगभग 600 वर्ष पुराना है तथा जहाँ भगवान् शिव स्वयंभू शिवलिंग के रूप में प्रकट होकर विराजमान हैं और अनवरत अपने भक्तों का कल्याण कर रहे हैं। एक पुष्प और एक लोटा जल के बदले लोगों को मुंह माँगी मुरादें प्रदान कर रहे हैं। भक्तों हम बात कर रहे हैं उत्तरप्रदेश की नाथनगरी के रूप में सुप्रसिद्ध बरेली के त्रिवटीनाथ मंदिर की।
मंदिर के बारे में:
भक्तों देश और प्रदेश की राजधानी के बीच स्थित बरेली का एक नाम नाथनगरी भी है। क्योंकि यहाँ देवाधिदेव महादेव के कई प्राचीनतम मंदिर अवस्थित हैं। बरेली के प्रेमनगर स्थित बाबा त्रिवटीनाथ मन्दिर एक ऐसा ही सिद्धस्थल है जहां देवाधिदेव महादेव स्वयंभू शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे। यह स्थान लाखों भक्तों की आस्था का अनुपम स्थान है।
त्रिवटीनाथ की प्राकट्य कथा:
भक्तों श्री त्रिवटीनाथ मंदिर का इतिहास भी काफी पुराना है। जिसके बारे में तमाम तरह के मिथ्य है। जिसमें से एक मिथ्य यह भी है कि जिस स्थान पर त्रिवटी नाथ मंदिर है, वहां पर सैकड़ों वर्ष पहले जंगल हुआ करता था। दूर-दूर तक मनुष्य नजर नहीं आते थे। यहां पर केवल वन्य जीव ही रहते थे। हालांकि आस-पास के लोग यहां पर अपने जानवरों को चराने आया करते थे। बताया जाता है कि वर्ष 1474 में एक चरवाहा दोपहर के वक्त वहां अपने जानवर चराते हुए पहुंचा। उसी जंगल में वह थक कर सो गया। सोते समय उसे भगवान शिव ने स्वनादेश देते हुए कहा कि “यहां तीन वट वृक्ष के बीच में शिवलिंग है उसे बाहर निकालो”। चरवाहे ने उठकर स्वप्न में बताये गए स्थान पर खुदाई करवाई जहां उसे एक शिवलिंग मिला। इसके बाद आसपास के लोगों को जब सूचना मिली तो लोग वहां पर जलाभिषेक करने लगे और उस दिन के बाद वह स्थान लोगों की श्रद्धा, भक्ति और आस्था का केंद्र बन गया।
त्रिवटीनाथ नाम का कारण:
भक्तों चरवाहे को भगवान् शिव का यह शिवलिंग तीन वट वृक्षों के बीच प्राप्त हुआ था इसीलिए यहाँ विराजमान शिवलिंग को त्रिवटीनाथ कहा जाने लगा। इसके अलावा यहां पर एक बड़ा टीला भी था, जिसे पांचाल प्रदेश कहा जाता था। उस टीले की वजह से इसका एक नाम टीबरी भी रख दिया गया।
भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन ! 🙏
इस कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड में हम भक्तों को भारत के प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिर, धाम या देवी-देवता के दर्शन तो करायेंगे ही, साथ ही उस मंदिर की महिमा उसके इतिहास और उसकी मान्यताओं से भी सन्मुख करायेंगे। तो देखना ना भूलें ज्ञान और भक्ति का अनोखा दिव्य दर्शन। 🙏
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि तिलक किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
#devotional #hinduism #trivtinathmandir #temple #bareilly #shiv #mahadev #travel #vlogs